हम चाहे फोन रिसीव करे या कॉल करे , सबसे पहले ' हैलो ' ही कहते है ! आखिर क्यों? 

महान वैज्ञानिक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने टेलीफोन का आविष्कार 2 जून, 1875 में किया था. टेलीफोन के आविष्कार में अलेक्जेंडर ग्रह बेल ने टॉमस वॉटसन की सहायता ली थी।
 ' हैलो ' महान वैज्ञानिक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल की गर्लफ्रैंड नाम था। उसका पूरा नाम मारग्रेट हैलो था। और ग्राहम बेल उसे प्यार से हैलो ही कहते थे। वह जब भी अपनी गर्लफ्रैंड को फोन करते थे तो उसे ' हैलो ' कहते थे। तब से धीरे-धीरे लोग हैलो ही कहना शुरू कर दिए , और अब सब पहले  हैलो ही कहते है।



मोबाइल फोन का अविष्कार !

आज दुनिया 4G, 5G के तरफ आगे बढ़ रहा है पर क्या आप जानते है कि पहला फोन कब बना और कितना बड़ा था। दुनिया के पहले मोबाइल फोन का निर्माण मार्टिन कूपर जो कि एक अमेरिकी इंजीनियर थे उन्होंने 3 अप्रैल, 1973 को किया। 



इस फोन की बैट्री चार्ज करने में 10 घंटे लगते थे,और 30-40 मिनट तक चलता था। इसका वजन लगभग 2 KG था। भारत में पहली मोबाइल फोन सेवा 15 अगस्त, 1995 को दिल्ली में गैर-व्यावसायिक तौर पर शुरू की गई थी.