डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिन पर आखिर क्यों मनाया जाता है। डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 तमिलनाडु के तिरुमानी गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था को हुआ था।
उनका निधन 17अप्रैल 1975 को चेन्नई में हुआ था।
1954 में वे भारत रत्न से समानित भी हुए
उनका इच्छा था कि उनके जन्म दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए।
वे एक अच्छे प्रोफेसर भी थे, वे भारत के पहले उपराष्ट्रपति सन 1952 से 1962 तक रहे जब वे भारत के दूसरे राष्ट्रपति 1962 से 1967 के लिए बने।
तो उनके विद्यार्थियों और उनके दोस्त निवेदन करने लगे कि उनका जन्म दिन मनाने की अनुमति मिले पर उन्होंने कहा कि मेरा जन्म दिन अलग तरीके से नही बल्कि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो मेरे लिए सौभाग्यशाली होगी। और 5 सितंबर1962 से अब तक 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
तो उनके विद्यार्थियों और उनके दोस्त निवेदन करने लगे कि उनका जन्म दिन मनाने की अनुमति मिले पर उन्होंने कहा कि मेरा जन्म दिन अलग तरीके से नही बल्कि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो मेरे लिए सौभाग्यशाली होगी। और 5 सितंबर1962 से अब तक 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
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